दोस्तो मैं एक अभिभावक भी हूं और एक अध्यापक भी । मेरे अपने बच्चे कक्षा छठी और सातवीं में पढ़ते हैं और मैं छठी से बारहवीं तक पढ़ाता हूं ।
हिंदी विषय मेरा पसंदीदा विषय है । मुझे अभिभावकों की समस्या का पता है और अध्यापक की भी । बच्चों के स्तर पर पढ़ाना ही बाल केंद्रित शिक्षा के अंतर्गत आता है ।
अभिभावकों को यह परेशानी रहती है कि उनका बच्चा किसी पाठ को समझ नहीं पाता । वह रटने की प्रवृत्ति की ओर अग्रसर है । ऐसी स्थितियों में विद्यार्थियों के स्तर के अनुरूप ही अध्यापक को शिक्षा देनी चाहिए । मेरा यही प्रयास रहेगा।
इसके साथ-साथ मैं कुछ शार्ट ट्रिक भी विद्यार्थियों को सिखाऊंगा , ताकि वह उन्हें हमेशा के लिए याद रख सके।
हिंदी विषय को बड़ा ही सरल विषय समझा जाता है लेकिन अगर हम उसकी गहराई में जाएं तो उसमें गंभीरता बहुत है ।कुछ इस विषय को बोझिल समझते हैं व्याकरण को तो बिल्कुल ही नीरस समझा जाता है लेकिन मैं उसी नीरसता को को सरसता से सराबोर करने का प्रयास करूंगा ।
एक विषय को रुचिकर बनाने के लिए उसमें सरसता का गुण जरूर होना चाहिए और लयात्मकता हर नीरसता को सरसता में बदल देती है तो उसे संगीतात्मकता का भी मैं प्रयोग करूंगा ताकि विद्यार्थी हर कविता हर पाठ की गंभीरता को समझ सके ।
इसके साथ साथ पाठों के प्रश्न उत्तर , लघु उत्तरात्मक और काव्य प्रसंग सभी को एक ही वीडियो में आप समझ सकते हैं इसके लिए मैं यूट्यूब का लिंक भी आपसे share कर रहा हूं जिसमें उपरोक्त जानकारी दी गई है ।
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